Mindblown: a blog about philosophy.
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सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का पुर्णरुप से अस्तित्व में आया
सरगुजा जिला बास्केटबाल कल्ब का अस्थाई तौर पर सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का गठन किया गया। सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का प्रशिक्षण केन्द्र मल्टीपरपज स्कूल को बनाया गया, इस प्रशिक्षण केन्द्र में बास्केटबाल खेल का कोचिंग राजेश प्रताप सिंह के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाने लगा। इस प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ में 10-11 लड़कों के द्वारा किया…
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2005 सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबाल संघ से मान्यता मिलने पर संघ का अस्तित्व में आया।
सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ 2005 में कार्य प्रारंभ करने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश बास्केटबाल संघ ने राजेश प्रताप सिंह का स्थायी संघ के रुप कार्य करने का लेटर जारी हुआ। राजेश प्रताप सिंह के द्वारा सरगुजा जिला में बास्केटबाल खेल का प्रचार प्रसार के लिए स्कूलों में जाना, बच्चों को बास्केटबाल खेल से जोड़ने के लिए…
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सरगुजा जिला में बास्केटबाल खेल का उदय 2004 में हुआ।
सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का गठन नहीं हुआ था। सरगुजा जिला में बास्केटबाल खेल का पहचान नाम भर तक था। अम्बिकापूर शहर में बास्केटबाल खेल कालेजों में हुआ करता था। सरगुजा जिला में बास्केटबाल खेल उदय कहें या मेरे जीवन का एक रचनात्मक इतिहास का प्रयास 2004 में पहली बार ओपेन चैम्पियनशिप प्रतियोगिता रायगढ़ में…
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सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का अस्थायी समिति का गठन
सरगुजा जिला बास्केटबाल संघ का प्रारुप बनाने के लिए एक समिति बनाकर संघ का कार्य प्रारंभ किया गया इस संघ के सदस्यों से पहला राज्य स्तरीय चैम्पियनशिप प्रतियोगिता रायगढ़ में सम्मिलित हुए धे।
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राजेश प्रताप सिंह का का एक सपना, सरगुजा जिला में बास्केटबाल खेल पहचान दिलाना।
राजेश प्रताप सिंह का एक काम निश्वार्थ भाव बच्चों को निशुल्क बास्केटबाल खेल का प्रशिक्षण देना । राजेश प्रताप सिंह बास्केटबाल को देखा अपने बड़े भाई धनेश प्रताप सिंह जी पी. जी. कालेज अम्बिकापूर के बास्केटबॉल टीम खिलाड़ी हुआ।तब राजेश प्रताप सिंह 10 वीं क्क्षा में पढ़ने थे।उस वक्त खेल का नाम भी जानते थे।…
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बास्केटबाल* 1990 के आसपास
सरगुजा जिला में बास्केटबाल खेल का प्रचलन बहुत ही पुराना है। यह खेल सरगुजा जिला में निश्चित जगहों पर खेला जाता था। मुख्य तह बास्केटबाल खेल सरगुजा जिला अंतर्गत नवापारा में स्थित सेन्ट जेवियर्स स्कूल के प्रांगण में खेला जाता था, इसके अलावा पी. जी. कालेज अम्बिकापूर में खेला जाता था।
सरगुजा जिला के अन्तर्गत के ब्लाक सीतापुर व राजपुर में खेला जाता था।सरगुजा संभाग में मुख्य रूप से बास्केटबाल मिशनरी स्कुल व उनके संस्थाओं में खेला जाता था। उनके संस्थाओं में ही बास्केटबाल का ग्राउण्ड हुआ करता था।। सरगुजा जिला में मल्टीपरपज़ (एडवर्ड ) स्कूल के प्रांगण में भी बास्केटबाल ग्राउंड था। मेरे अनुमति में स्कुल बनने के काॅफी बाद बास्केटबाल ग्राउंड बना होगा। सिमेन्टेड पोल पर…
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